जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं: विस्तृत जानकारी | Types of GST in Hindi

जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं: विस्तृत जानकारी | Types of GST in Hindi

जीएसटी टैक्स क्या है और जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं, इससे जुडी सारी जानकारी पढ़िए इस ब्लॉग में।

जीएसटी को भारत का सबसे महत्वपूर्ण अप्रत्यक्ष टैक्स सुधार माना जाता है। जीएसटी विधेयक का मुख्य लक्ष्य एकल टैक्स प्रणाली बनाना है जो मैन्युफैक्चरिंग से लेकर अंतिम उपभोक्ता तक उत्पादों या सेवाओं की डिलीवरी तक लागू होता है। यह एक एकल टैक्स है जिसमें वैश्विक बाज़ार में पहले भुगतान किए गए टैक्सों का पूरा सेट-ऑफ़ शामिल है।

बिज़नेस और बिज़नेस डाटा के मैनेजमेंट के साथ-साथ जीएसटी तारिख, डाटा, अमाउंट और बकाया सब कुछ मैनेज करिये Lio ऐप में, नीचे दी हुयी नीली बटन दबाइये और शुरू हो जाइये।

इस लेख में हम आपको जीएसटी से जुड़ी जानकारियां और वे कितने प्रकार के होते हैं ये बताएँगे, जीएसटी के उद्देश्य से लेकर लाभ और प्रकार सभी की विस्तृत जानकारी नीचे पढ़ें

वस्तु एवं सेवा टैक्स (जीएसटी) एक एकल अप्रत्यक्ष कर है जिसे पूरे देश में लागू किया गया है। यह देश के सभी मौजूदा केंद्रीय और राज्य करों को एक ही कर दर में जोड़ता है।

बिज़नेस का जीएसटी डाटा अब मैनेज करो मोबाइल पर

अब Lio app की रेडीमेड जीएसटी टेम्पलेट में रिकॉर्ड करो जीएसटी का पूरा डाटा आसानी से।

वो भी फ्री में

जीएसटी का मूल उद्देश्य क्या है?

भारत में जीएसटी लागू होने के वैसे तो कई कारण हैं, उन्हीं में से कुछ कारण हमने नीचे लिखा है:

  • जीएसटी शासन की शुरुआत से पहले, केंद्र और राज्य सरकारों ने कई तरह के टैक्स लगाए।
  • विभिन्न राज्य सरकारों ने टैक्स नीतियों और विनियमों के अपने स्वयं के सेट का पालन किया।
  • एक अंतरराज्यीय लेनदेन पर संघीय सरकार द्वारा एक केंद्रीय राज्य टैक्स लगाया गया था।
  • विभिन्न टैक्स या टैक्स ढांचे में एकरूपता की कमी के परिणामस्वरूप देश के भीतर आंतरिक व्यापार को बहुत नुकसान हुआ। राज्य और संघीय स्तरों पर अतिव्यापी टैक्स के साथ-साथ कर व्यवस्था के व्यापक प्रभाव से आंतरिक व्यापार को नुकसान हो रहा था।
जीएसटी रजिस्टर में है पूरा मैनेजमेंट एकदम आसान और फिर चाहे शेयर कीजिये या डाउनलोड कीजिये आसानी से।

जीएसटी के लाभ

कैस्केडिंग प्रभाव उन्मूलन (टैक्स पर टैक्स ख़त्म)

जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं यह जानने से पहले हम आपको जीएसटी के लाभ बताने वाले हैं। अंत तक ज़रूर पढ़ें।

जीएसटी से पूर्व भारत में बहुत से तरह के अप्रत्यक्ष टैक्स थे तो उस समय हम जैसे ग्राहकों को किसी भी सामन लेने के लिए सेल्स टैक्स, वैट, कस्टम ड्यूटी इत्यादि सबको जोड़ कर मूल्य चुकाना पड़ता था मगर जीएसटी के आने से टैक्स पर टैक्स खत्म हो गया है और हमें सिर्फ जीएसटी ही चुकाना पड़ता है।

जीएसटी को अपनाने से कराधान का व्यापक प्रभाव समाप्त हो जाएगा। जीएसटी फेमवर्क के तहत इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा आसानी से किया जा सकता है।

असंगठित क्षेत्र का विनियमन

भारत में अभी भी कुछ असंगठित उद्योग हैं। जीएसटी नियम ऑनलाइन अनुपालन और भुगतान की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करके असंगठित क्षेत्र के नियमन में सहायता करेंगे।

जीएसटी के आने से जिन क्षेत्रों में सरकार का ध्यान नहीं जा रहा था ऐसे असंगठित क्षेत्रों में रेगुलेशन और भी आसान हो गया है।

समान टैक्स संरचना

जीएसटी के लाभ में से एक यह भी है की यह पूरे देश में एक ही दर पर लगता है मतलब अगर मान लीजिये सैनीटाइज़र पर 5% जीएसटी लगता है तो यह भारत के हर कोने में 5% ही लगेगा।

यह पूरे देश में कानूनों, प्रक्रियाओं और टैक्स दरों में सामंजस्य स्थापित करता है, जिसके परिणामस्वरूप एक टैक्स प्रणाली को समझना आसान होता है।

अपने हाथों में रखो बिज़नेस और जीएसटी की बागडोर

Lio App के जीएसटी रजिस्टर में रिकॉर्ड करिये अपने बिज़नेस के जीएसटी का पूरा डाटा। कब, किसका, कितना जीएसटी का लेन-देन है रखो पूरा हिसाब मोबाइल पर।

वो भी फ्री में

जीएसटी प्रक्रियाएं पूरी तरह से ऑनलाइन हैं

जीएसटी के सबसे बड़े लाभ में से एक यह भी है की कोई भी आसानी से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकता है।

पंजीकरण से लेकर रिटर्न दाखिल करने तक की पूरी जीएसटी प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। यह नए व्यवसायों के लिए बहुत फायदेमंद होगा, क्योंकि उन्हें कई अप्रत्यक्ष कर प्रणालियों के तहत पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं होगी।

बढ़ा हुआ राजस्व

चूंकि जीएसटी 17 अप्रत्यक्ष टैक्स को एकल कर से बदल देता है, यह उत्पाद की मांग को बढ़ाएगा, जिसके परिणामस्वरूप संघीय और राज्य सरकारों दोनों के लिए राजस्व में वृद्धि होगी।

जीएसटी के प्रकार और इसकी व्याख्या

अगर आप जानना चाहते हैं कि जीएसटी कितने प्रकार के होते हैं तो हम आपको बता दें की जीएसटी टैक्स प्रणाली के अनुसार, 4 अलग-अलग टाइप्स ऑफ़ जीएसटी हैं:

  • एकीकृत माल और सेवा टैक्स (IGST)
  • राज्य वस्तु एवं सेवा टैक्स (एसजीएसटी)
  • केंद्रीय माल और सेवा टैक्स (सीजीएसटी)
  • केंद्र शासित प्रदेश माल और सेवा टैक्स (UTGST)
GST के प्रकार अधिकार क्षेत्र लाभार्थी  
SGSTराज्य सरकारअंतर्राज्यीय लेनदेन राज्य सरकार
UGSTकेंद्र-शासित प्रदेश सरकार केंद्र शासित प्रदेश के अंतर्गत लेनदेन केंद्र-शासित प्रदेश सरकार 
CGSTकेंद्र सरकार अंतर्राज्यीय लेनदेनकेंद्र सरकार
IGSTकेंद्र सरकार दो राज्यों के बीच लेनदेन /या राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के बीच लेनदेनराज्य और केंद्र सरकार

एकीकृत माल और सेवा टैक्स या IGST

जीएसटी के प्रकारों में सबसे पहले आईजीएसटी (IGST) है

अंतरराज्यीय(दो राज्यों के बीच) व्यापार या वाणिज्य के दौरान किसी भी सामान और/या सेवाओं की आपूर्ति पर IGST अधिनियम के तहत लगाए गए टैक्स को IGST या एकीकृत माल और सेवा टैक्स के रूप में जाना जाता है।

वस्तुओं और सेवाओं की अंतर-राज्यीय आपूर्ति, (ii) आयात और निर्यात, और (iii) विशेष आर्थिक क्षेत्रों से आपूर्ति के मामले में, केंद्र IGST लगाएगा।

जीएसटी डाटा रिकॉर्ड करो और शेयर करो

Lio app में रिकॉर्ड करो अपने बिज़नेस का जीएसटी डाटा और शेयर करो अपने व्यापारियों या सर्विस प्रोवाइडर के साथ आसानी से।

वो भी फ्री में

शब्द “आपूर्ति” किसी व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए शुल्क के लिए माल या सेवाओं की बिक्री, हस्तांतरण, विनिमय, या पट्टे पर देने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, IGST किसी भी आपूर्ति पर लगाया जाएगा जो केंद्र और राज्य GST अधिनियमों द्वारा कवर नहीं किया गया है।

IGST in hindi

राज्य वस्तु एवं सेवा टैक्स या SGST 

स्टेट गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (SGST) एक टैक्स है, जब उपभोक्ता और निर्माता एक ही राज्य में होते हैं, तो इंट्रास्टेट लेनदेन पर भुगतान किया जाता है। राज्य जीएसटी, राज्य सरकार के लिए एक टैक्स संग्रह तंत्र है, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है।

यह एक ही राज्य के लेनदेन के मामले में एक अलग टैक्स के रूप में एकत्र किया जाता है। जीएसटी अधिनियम, सीजीएसटी की तरह, सभी बिक्री और खरीद के साथ-साथ अन्य गैर-छूट वाले लेनदेन पर टैक्स लगाता है।

जब एसजीएसटी लागू किया जाता है, तो राज्य बिक्री टैक्स, वैट, विलासिता टैक्स, मनोरंजन टैक्स (जब तक कि स्थानीय सरकारों द्वारा लगाया नहीं जाता है), लॉटरी, सट्टेबाजी और जुए पर टैक्स, चुंगी के बदले प्रवेश टैक्स, राज्य उपकर और वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति के संबंध में अधिभार, और इसी तरह अन्य सभी टैक्स, राज्य एसजीएसटी नामक एकल टैक्स में मिला दिया जाता है।

केंद्रीय माल और सेवा टैक्स या CGST 

अंतरराज्यीय लेनदेन, जिसमें विक्रेता और उपभोक्ता दोनों एक ही राज्य से हैं, केंद्रीय वस्तु एवं सेवा टैक्स (CGST) के अधीन हैं। सीजीएसटी उत्पादों और सेवाओं पर लगाया जाता है ताकि सरकार टैक्स को जमा कर सके। सीजीएसटी एसजीएसटी के साथ ही एकत्र किया जाता है।

IGST के विपरीत, CGST को एक अलग टैक्स के रूप में एकत्र किया जाता है और अंतरराज्यीय लेनदेन के मामले में केंद्र सरकार के पास भेजा जाता है। CGST वस्तुओं की एक विस्तृत श्रृंखला पर, जरूरतों से लेकर अपव्यय तक, और विनिर्माण सेवाओं से लेकर पेशेवर सेवाओं तक लगाया जाता है। 

भारत की केंद्र सरकार केंद्रीय वस्तु और सेवा कर (सीजीएसटी) एकत्र करती है, जो वस्तुओं और सेवाओं की सभी अंतर-राज्य आपूर्ति पर लगाया जाता है। यह सीजीएसटी अधिनियम द्वारा शासित है, जो यह निर्धारित करता है कि सीजीएसटी 14% से अधिक नहीं हो सकता है।

उदाहरण के लिए, यदि मध्य प्रदेश के गौरव उत्तर प्रदेश के बॉबी को 10 लाख का सामान बेचते हैं तो, सीजीएसटी और एसजीएसटी बराबर मात्रा में विभाजित किया जाएगा जैसे मान लीजिये 12% है तो 6-6% निर्धारित किया जाएगा।

Lio में रिकॉर्ड करो अपने बिज़नेस का जीएसटी डाटा अपनी भाषा में

Lio में है 10 भारतीय भाषाएं जैसे हिंदी, इंग्लिश, गुजराती और अन्य 7 भाषाएं जो करती हैं आपके बिज़नेस का जीएसटी डाटा मैनेजमेंट बेहद आसान।

वो भी फ्री में

केंद्र शासित प्रदेश उत्पाद और सेवा टैक्स या (UTGST)

केंद्र शासित प्रदेश उत्पाद और सेवा टैक्स (UTGST) भारतीय केंद्र शासित प्रदेशों (UTs) का राज्य वस्तु और सेवा टैक्स (SGST) का समकक्ष है, जो माल और/या सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाता है।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, चंडीगढ़, दमन दीव, दादरा और नगर हवेली और लक्षद्वीप में, यूटीजीएसटी वस्तुओं और/या सेवाओं के प्रावधान पर लागू होता है।

यूटीजीएसटी अधिनियम यूटीजीएसटी को नियंत्रित करता है। केंद्र शासित प्रदेश सरकार UTGST आय एकत्र करने का प्रभारी है। केंद्र शासित प्रदेशों में, यूटीजीएसटी एसजीएसटी की जगह लेता है। नतीजतन, केंद्र शासित प्रदेशों में, CGST के अलावा UTGST भी लगाया जाएगा।

Lio

Lio Premium के महीने के बेस्ट प्लान्स ₹79 से, और सालाना प्लान सिर्फ ₹799 से शुरू है। आपके लिए 7 दिनों का Lio प्रीमियम फ्री ट्रायल भी उपलब्ध है।

Lio App आपकी कैसे मदद कर सकता है?

बिज़नेस में आपको हर दिन नए नए डाटा और एकाउंट्स के दांव-पेंच से गुजरना पड़ता होगा और इन सबके बीच आप बिज़नेस के ज़रूरी डाटा रिकॉर्ड करना भूल जाते होंगे, है ना?

डाटा मैनेजमेंट जैसे तमाम तनाव रोज़ाना तंग करते हैं, इसलिए हम आपको एक ऐसी App के बारे में बताने वाले हैं जो ना सिर्फ आपके बिज़नेस और स्टाफ का टेंशन कम करेगी बल्कि आपके बिज़नेस के जीएसटी डाटा को पूरी तरह से मैनेज करने में आपकी मदद करेगी।

हम बात कर रहे हैं Lio App की जिसमें 20 से ज्यादा केटेगरी की 60 से से ज्यादा रेडीमेड टेम्पलेट्स हैं जिसमें आप बड़ी आसानी से अपने बिज़नेस या पर्सनल डाटा को रिकॉर्ड कर सकते हैं।

Lio App की दूसरी सबसे बड़ी खासियत यह है की आपको इसमें 10 भाषाएं मिलती हैं तो आप जिस भाषा में चाहे अपना डाटा रिकॉर्ड कर सकते हैं और अपनी लाइफ को आसान बना सकते हैं।

अब आपको अपने बिज़नेस के जीएसटी डाटा से जुड़े किसी भी टेंशन लेने की ज़रूरत नहीं है, आप आसानी से Lio App में सब कुछ मैनेज कर सकते हैं।

तो अभी Lio App डाउनलोड कीजिये और अपने जीएसटी डाटा से अपने बिज़नेस की खरीदी के डाटा के साथ शुरू हो जाइये।

Step 1: अपनी पसंद की भाषा चुनें जिसमें आप आगे बढ़ना चाहते हैं | Lio Android Mobile Ke Liye

Choose from 10 Different Language offered by Lio in hindi

Step 2: Lio में फ़ोन नं. या ईमेल द्वारा आसानी से अपना अकॉउंट बनाएं। 

Create Account using your Phone Number or Email Id in Lio in hindi

जिसके बाद मोबाइल में OTP आएगा वो डालें और गए बढ़ें।

Step 3: अपने काम के हिसाब से टेम्पलेट चुनें और डाटा जोडें। 

Choose from 60+ Templates offered by Lio And Start Adding Your Data in hindi

Step 4: इन सब के बाद आप चाहें तो अपना डाटा शेयर करें। 

Share you files with friends and colleagues in hindi

और अंत में

अब तक इस लेख से आपको जीएसटी के लाभ, उद्देश्य और प्रकारों के बारे में विस्तार से पता चल गया होगा, ऊपर उल्लेखित लेख में हमारी कोशिश यही रही की आप सभी को टाइप्स ऑफ़ जीएसटी बता पाएं इसलिए हमने सभी GST के प्रकारों को विस्तार से समझाया है।

यदि आप कोई व्यापार करते हैं या आपका कोई बड़ा व्यवसाय है तो आप सभी के लिए Lio App शानदार साबित हो सकता है क्योंकि इस एप्प में आप अपने व्यापार/व्यवसाय के सारे डाटा तो नोट कर सकते हैं साथ ही आपको इसमें GST register की भी टेम्पलेट मिलती है जिसमें आप अपने व्यापार के GST और अन्य जानकारियों को नोट कर सकते हैं, जैसे GST returns, GST due date इत्यादि, तो Lio Karo Aage Badho.

Download Lio App

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join the Lio Tribe

Receive a dose of
Inspiration and Innovation
in your Inbox.


Give your weekly dose of Lio’s genius delivered straight to your inbox.
Subscribe Today!